इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे की Swar Kitne Prakar Ke Hote Hain। लेकिन उससे पहले हम आपको वर्णमाला के बारे में जानकारी देंगे।
वर्णमाला किसे कहते हैं ?
वर्णमाला वर्णों का एक संग्रह है। वर्णमाला सभी वर्णों या अक्षरों को मिलाकर बनती है। वर्णमाला अक्षरों का व्यवस्थित समूहन है।
वर्णमाला के कितने प्रकार होते हैं ?
इसके दो प्रकार होते हैं :
- स्वर
- व्यंजन
स्वर किसे कहते हैं ?
स्वर ऐसे अक्षर होते हैं जिन्हें उच्चारण करने के लिए किसी दूसरे वर्ण की सहायता की आवश्यकता नहीं होती या ऐसे अक्षर जो स्वतंत्र रूप से बोले जाते हैं।
Swar Kitne Prakar Ke Hote Hain?
यह तीन प्रकार के होते हैं। इसके बारे में जानकारी सहित नीचे दिया गया है।
ह्रस्व स्वर
ह्रस्व स्वर वह अक्षर है जिसके उच्चारण में एक मात्रा का यानी सबसे कम समय लगता है। इस स्वर में अ, इ, उ, ऋ आते हैं।हस्व स्वर को मूल स्वर भी बोला जाता है। यह एकमात्रिक स्वर होता है ।
दीर्घ स्वर
द्विस्वर या दीर्घ स्वर वे होते हैं जिनके उच्चारण में एक मात्रा यानी ह्रस्व स्वर से दुगुना समय लगता है। इस स्वर में आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ आते हैं। इसे द्विमात्रिक स्वर भी कहते हैं ।
प्लुत स्वर
जिसके उच्चारण में दीर्घ स्वर से भी ज़्यादा समय लगता है उसे प्लुत स्वर कहते हैं। आमतौर पर एक मात्रा के उच्चारण में तीन गुना अधिक समय लगता है। इस स्वर में बाप रे! , रे मोहना! इत्यादि आते हैं। इसका प्रयोग किसी व्यक्ति को पुकारने , गाने , रोने आदि में होता है। इसे त्रिमात्रिक स्वर भी कहते हैं।
स्वरों का वर्गीकरण किस प्रकार से किया जाता है ?
स्वरों का वर्गीकरण निम्न प्रकार से किया जाता है :
मात्रा के अनुसार
ह्रस्व स्वर: अ, इ, उ, ऋ
दीर्घ स्वर: आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ
मुख्य द्वार के खुलने के अनुसार
विवृत – आ
अर्द्ध विवृत – ऐ, औ
अर्द्ध संवृत – ए, ओ
संवृत – इ, ई, उ,ऊ
जीभ पेशियों के तनाव के अनुसार
शिथिल – अ, इ, उ
कठोर – आ, इ, उ
जीभ के प्रयोग के अनुसार
अग्र स्वर- इ, ई, ए, ऐ
मध्य स्वर – अ
पश्च स्वर – आ, उ, ऊ, ओ, औ
स्थान के अनुसार
कंठ्य – अ, अः
तालव्य – इ
मूर्धन्य – ऋ
ओष्ठ्य – उ, ऊ
अनुनासिक – अं
होठों के प्रयोग के अनुसार
अग्र स्वर- इ, ई, ए, ऐ
मध्य स्वर – अ
पश्च स्वर – आ, उ, ऊ, ओ, औ
अर्ध स्वर क्या है ?
अर्ध स्वर के उच्चारण में जीभ और नीचे वाला होंठ ऊपर वाले होंठ से इस प्रकार मिलते हैं की श्वास रूकती नहीं है बल्कि बाहर निकल जाती है। इसमें य, व आते हैं।
संयुक्त स्वर क्या है ?
संयुक्त स्वर दो या दो से अधिक स्वरों से मिलकर बनते हैं। इसमें ए, ऐ, ओ, औ, ऋ आते हैं।
Swar Kitne Prakar Ke Hote Hain के उदाहरण:
- अ + आ = ए
- अ + उ = ओ
- अ + ए = ऐ
- अ + ओ = औ
अयोगवाह किसे कहते हैं ?
ऐसे वर्ण जो न तो स्वर और न ही व्यंजन होते हैं उन्हें अयोगवाह कहते हैं। इसमें अं तथा अः आते हैं। अनुस्वार अं को बोला जाता है और विसर्ग अः को बोला जाता है।