क्या आपको पता है की Metabolism Kya Hai, इसका हमारे स्वास्थ्य से क्या संबंध है। क्या आपको पता है की शरीर में होने वाली कई गतिविधिया मेटाबोलिज्म से जुडी हुई होती है। अगर किसी कारणवर्ष हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक ना रहे तो हम अनेक प्रकार की बीमरियौ में घिर जायेगे। जैसे की वजन बढ़ना डिप्रेशन, थकान, मसल्स वीकनेस अदि ।आपके शरीर में मेटाबॉलिज्म जितना अच्छा होगा आप उतने ही ठीक रहेंगे। तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बतायगे की Metabolism Kya Hai और अगर आपका Metabolism कम हो तो यह भी बातएंगे की Metabolism Badhane Ke Liye Kya Khaye तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।
Metabolism Kya Hai
मेटाबोलिज्म एक रासायनिक प्रक्रिया है जो हम जीवित जीव या प्राणी में पायी जाती है। इसके द्वारा ही हमारे शरीर में भोजन से ऊर्जा बनती है जिससे हमारे शरीर की कोशिकाओं को काम करने की ताकत मिलती है। और इसको दो भागो में बाटा गया है एनाबोलिज़्म और कतबोलिस्म, एनाबोलिज़्म जो जटिल पदार्थ बनाता है और कतबोलिस्म जो खाने से ऊर्जा को अलग करता है। हर वियक्ति का मेटाबोलिज्म अलग-अलग होता है। मेटाबोलिज्म हमारे जीवन को बनाए रखने और शरीर के संतुलन को बनाए रखने के लिए जरुरी है।
Metabolism Meaning in Hindi
अगर बात करी जाए Metabolism की तो मेटाबोलिज्म को हिंदी में (Metabolism Meaning in Hindi) तो “मेटाबोलिज्म” इसका शाब्दिक अर्थ “विट्टीय विघटन” (Vittiya विघटन) है। जब भी हम भोजन करते है तो उस भोजन को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया को Metabolism कहते है इसको दो बागो में बाटा गया है,एनाबोलिज़्म और कतबोलिस्म जिसके बारे में हम ऊपर वाले पैराग्राफ में बात कर चुके है।
Slow Metabolism Kya Hai
Slow metabolism के बहुत सारे कारण हो सकते है। जैसे की उम्र, शरीर की संरचना, हार्मोनल असंतुलन
आनुवंशिकी, शारीरिक गतिविधि स्तर, आहार, नींद के पैटर्न, तनाव आदि। यह कुछ कारण
है जिससे आपके शरीर में Slow Metabolism हो सकता है पर फ़िक्र ना करे क्योकि Slow metabolism को काबू करके उसे ठीक करा जा सकता है। जैसे कसरत करना, संतुलित आहार, वजन पे ध्यान देना। यह कुछ तरीके है जिसे आप अपना Slow metabolism को ठीक कर सकते हो।
Fast Metabolism Kya Hai
Fast Metabolism उसे कहा जाता है जब आपका मेटाबोलिज्म बाकी लोगो से जल्दी भोजन को ऊर्जा में बदलता है। इसके कई कारण हो सकते है जैसे की आनुवंशिकी, मांसपेशी द्रव्यमान, आयु, हार्मोन, शारीरिक गतिविधि और आहार आदि। यह ज्यादा तर पतले लोगो में देखा जाता है।
Metabolism Ke Lakshan
वजन में परिवर्तन: अगर आपके खान पान में कोई भी बदलाव नहीं है तब भी आपका वजन अचानक से बढ़ता या घटता है तो यह असंतुलित मेटाबोलिज्म का लक्षण है।
थकान रहना: ख़राब मेटाबोलिज्म के कारण आपका खाया हुआ भोजन ऊर्जा में बदल नहीं पता जिसके कारण आपको लगातार थकान और ऊर्जा की कमी हो सकती है।
अनियमित मल त्याग: मेटाबोलिज्म पाचन क्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मल त्याग में परिवर्तन, जैसे कब्ज या दस्त, मेटाबोलिज्म संबंधी समस्याओं का संकेत दे सकते हैं।
हृदय गति में परिवर्तन: अंसन्तुलित मेटाबोलिज्म हृदय गति में परिवर्तन ला सकता है, जिससे दिल की धड़कन अंसन्तुलित तरीके से कार्य कर सकती है।
भूख में परिवर्तन:अनियमित मेटाबोलिज्म भूख को विनियमन को प्रभावित कर सकता है, जिससे खाने की इच्छा में बदलाव आ सकता है।
Metabolism Badhane Ke Liye Kya Khaye
मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए आप अपने आहार में कुछ खास पदार्थों को शामिल कर सकते है। तेज़ मेटाबॉलिज्म आपके शरीर में मौजूद कैलोरी को ऊर्जा में बदलने का काम करती है और स्वस्थ शरीर बनाए रखने में मदद करेगा। यहां कुछ पदार्थ हैं जो आपके मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं:
प्रोटीन युक्त आहार: चिकन, मछली, टोफू, और low-fat डेयरी प्रोडक्ट, जैसे प्रोटीन के स्रोतों को शामिल करने से आपके चयापचय (metabolism in hindi) को बढ़ावा देने में मदद मिलता है। fatsऔर कार्बोहाइड्रेट की तुलना में प्रोटीन को पचाने और मेटाबोलिज्म करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इस प्रक्रिया को भोजन के थर्मिक प्रभाव (टीईएफ) के रूप में जाना जाता है।
ग्रीन टी: ग्रीन टी में कैटेचिन होता है, यह एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ा सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से दिन के दौरान शरीर में मेटबॉलिज़म की संख्या को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
कॉफी: कॉफी में कैफीन होता है, जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है पर वो कुछ ही समय के लिए होता है और शारीरिक प्रदर्शन में सुधार लाता है। हालाँकि, अत्यधिक कॉफ़ी या चीनी और क्रीम जैसी उच्च कैलोरी वाली चीज़ो से आपको मेटाब्लोिस्म दुबारा असंतुलित हो सकता है।
पानी: एक अच्छा मेटाबोलिज्म के लिए भी हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। पर्याप्त पानी पीने से आपके शरीर को कैलोरी को ऊर्जा में बदलने में आसानी होती है और विभिन्न शारीरिक कार्यों में सहायता मिलती है।
उच्च फाइबर वाले फल और सब्जियां: हरी फूलगोभी, पालक, केल, सेब और जामुन जैसे खाद्य पदार्थ विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं। फाइबर पाचन को धीमा कर देता है और आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराने में मदद करता है, जो संभावित रूप से वजन प्रबंधन में सहायता करता है।